धूम मचाओ अरिहंत की…, भक्ति रा रसिया, बीकानेर बसिया
बीकानेर, 06 जुलाई । बुधवार को बीकानेर में साध्वीश्री सौम्यप्रभाजी के साथ साध्वीश्री सौम्यदर्शनाजी (बीकानेर कोचर कुलदीपिका), साध्वीश्री अक्षयदर्शनाजी व साध्वीश्री परमदर्शनाजी का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ। श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ के तत्वावधान में आयोजित इस चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के साथ कोचरों के चौक में नवकार मंत्र व साध्वीश्री सौम्यप्रभाजी के ‘धूम मचाओ अरिहंत की…, भक्ति रा रसिया, बीकानेर बसिया उद्बोधन से धर्मसभा का आयोजन हुआ। इस दौरान गुरुवंदन के साथ ही महिला मंडल ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। मुख्य लाभार्थी बद्धानी परिवार की अंजू कोठारी, कुसुम जैन, मधु बद्धाणी ने अभिनंदन गीत की प्रस्तुति दी। मगन कोचर, विनोद सेठिया, सुनील पारख, महेन्द्र कोचर ने भजनों की प्रस्तुति दी तथा कोचर फ्रेंड्स क्लब के अमित, रौनक, रोहित, सुमित, जितेन्द्र कोचर व सुरेन्द्र कोचर ने आज गुरुवरिया आए हैं भजन गाकर उपस्थितजनों को उत्साहित कर दिया। मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कोचर ने बताया कि रिखबचंद जितेन्द्र विकास कमला देवी सिरोहिया परिवार ने महाराज सा की कंबली का लाभ प्राप्त किया। प्रवचन के पश्चात् मूलचन्द पुष्पादेवी सुरेन्द्र ईशु जैन बद्धाणी परिवार की ओर से साधार्मिक वात्सल्य गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। आभार संघ मंत्री विजय कुमार कोचर ने व्यक्त किया तथा संचालन जितेन्द्र कोचर ने किया।
वाल्मिकी समाज ने किया अभिवंदन
मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कोचर ने बताया कि गौड़ी पाश्र्वनाथ से साध्वीश्री सौम्यप्रभाजी आदि ठाणा-4 का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश प्रारंभ हुआ जो गोगागेट, भुजिया बाजार, आचार्यों का चौक, बैदों का बाजार, मावा पट्टी, बांठिया चौक, आसानिया चौक, नाहटा मोहल्ला, भुजिया बाजार, रांगड़ी चौक होते हुए कोचरों के चौक पहुंचा, जहां धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। पूरे मार्ग पर महाराज सा का श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। मार्ग में आने वाले जैन परिवारों द्वारा महाराज सा का पूजन किया गया। वाल्मिकी समाज द्वारा भी कोचरों के चौक में महाराज सा का अभिवंदन किया गया। वाल्मिकी समाज के राजू वाल्मिकी सहित अन्य लोगों ने महाराज सा से शुभाशीष लिया।
धर्म, ध्यान व अध्यात्म के मार्ग पर चलने का यह विशेष अवसर : साध्वीश्री सौम्यदर्शना
श्रीमद् विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी महाराज की आज्ञानुवृर्तिनी साध्वीश्री सौम्यप्रभाजी ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि चातुर्मास केवल साधु-संतों के लिए नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए होता है। धर्म, ध्यान व अध्यात्म के मार्ग पर चलने का यह विशेष समय है। इन चार माह में हर व्यक्ति को धर्म-भक्ति के पथ पर अग्रसर होना होगा। इससे पूर्व साध्वीश्री सौम्यदर्शनाजी ने कहा कि जिनवाणी का श्रवण करोगे तो जीवन में निश्चित परिवर्तन आएगा। मोती यदि संगठित हो जाए तो माला बन जाती है, ईंट यदि संगठित हो जाए तो इमारत बन जाती है इसलिए हम सबको संगठित होकर धर्म व भक्ति को मजबूत बनाना है। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए साध्वीश्री अक्षयदर्शनाजी ने कहा कि वर्ष में आठ माह के अलावा यह चार माह जप-तप व भक्ति के लिए विशेष होते हैं। हम सबको जगाने यह चातुर्मास आता है, इसलिए उत्साह से इस चातुर्मास का स्वागत करना चाहिए।
ऐतिहासिक होगा इस बार चातुर्मास : सुरेन्द्र बद्धाणी
साध्वीश्री सौम्यप्रभाजी आदि ठाणा-4 का चातुर्मास श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है। चातुर्मासिक आयोजन के मुख्य लाभार्थी मूलचंद पुष्पा देवी राजेन्द्र सुरेन्द्र बद्धाणी परिवार का धर्मसभा में बहुमान किया गया। इस दौरान चातुर्मास आयोजन से संबंधित सामाजिक बन्धुओं का भी अभिनंदन किया गया। जिला उद्योग संघ के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन बद्धाणी ने कहा कि पिछले करीब आठ वर्षों से विनती के बाद साध्वीश्री का चातुर्मासिक लाभ हमें मिला है। बद्धाणी ने कहा कि सुकर्मों का उदय हुआ है तथा सौभाग्य की बात है कि चार साध्वीश्री का शुभाशीष बीकानेर वासियों को मिलेगा और यह चातुर्मास ऐतिहासिक होगा।
इनकी रही उपस्थिति
समाजसेवी गणेश बोथरा, बसंत नौलखा, लीलम सिपानी, जैन महासभा के जैन लूणकरन छाजेड़, अमरचंद सोनी, जयचंदलाल डागा, चम्पकमल सुराना, निर्मल पारख आदि उपस्थित रहे।