बीकानेर, 26 जुलाई। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर अल्पसंख्यक समुदायों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
खान ने कलेक्ट्रेट सभागार में अल्पसंख्यक कल्याण की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि सरकार की तरफ से दिए जा रहे लाभ में अल्पसंख्यक समुदायों का समुचित प्रतिनिधित्व होना चाहिए और उनको पूरा लाभ मिलना चाहिए। विभिन्न योजनाओं, पाठ्यक्रमों के लाभार्थियों में अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के निर्देश दिए और अधिकारियों से कहा कि वे समन्वय रखते हुए अल्पसंख्यक क्षेत्रों में जागरुकता अभियान चलाएं। उन्होंने मदरसों में पोषाहार वितरण की स्थिति की समीक्षा की, जिस पर जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी शहजाद ने बताया कि 1 अगस्त से सभी मदरसों में पोषाहार शुरू किया जायेगा।
आयोग अध्यक्ष ने सभी विभागों के विेत्तीय एवं भौतिक लक्ष्यों में 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक वर्ग के कमजोर वर्ग को लाभ दिलाये जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने आईटीआई, पॉलिटेक्नीक कॉलेज के ट्रेड की जानकारी ली और कहा कि जिन ट्रेड की डिमांड ज्यादा रहती है, उनमें सीटें बढवाएं। उन्होंने सबंधित संस्था प्रभारियों को निर्देश दिए जिन पाठ्यक्रमों में प्रवेश कम है, इस बारे में विद्यालयों से सम्पर्क कर विद्यार्थियों को स्वरोजगार के पाठ्यक्रमों के महत्व के बारे में प्रेरित किया जाए। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिले इसके लिए विद्यालयों से जानकारी ली जाए। उन्होंने एकल महिला, विधवा महिला को दी जा रही पेंशन के बारे में भी फीड बैक लिया।
अल्प संख्यक आयोग अध्यक्ष ने विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं, स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को मिल रहे लाभ, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री युवा संबल योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना, महानरेगा (ग्रामीण), राजीव गांधी स्कॉलरशीप सहित कृषि एवं पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और जिला अधिकारियों को इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।