टुडे राजस्थान न्यूज़
अनिल बोड़ा
बीकानेर 27 अगस्त । खेलकूद के क्षेत्र में देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकाने में शुरू से ही गाँवों का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। क्योंकि वहां की भौगोलिक स्थितियां, जीवन शैली व खानपान उत्तम रहता है। उदाहरण के तौर पर मिल्खा सिंह, कंवलजीत संधु, बहादुर सिंह, शिवनाथ सिंह, हनुमान सिंह, गोपालाराम, अशोक कुमार, एम. डी. वालसम्मा, पी.टी. ऊषा, बुला चौधरी, श्याम लाल, लिंबाराम धुलचंद डोमर, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड से लेकर एक बहुत लंबी फेहरिस्त है। इन ग्रामीण प्रतिभाओं की जिन्होंने ओलंपिक्स कॉमलवेल्थ व विश्व तथा एशियन चैम्पियनशिप में देश को स्वर्ण पदकों से सुशोभित किया है। हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इन्हीं
तथ्यों को ध्यान में रखते हुए व खेलों के विकास को तीव्रगति प्रदान करते हुए राजीव गाँधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन की घोषण की जो शीघ्र ही शुरू हो रहा है।
इन खेलों के लिए कुल 30 लाख खिलाडी व 2 लाख टीमें पंजीकृत हो चुकी हैं जो कि अपने आप में ऐतिहासिक सफलता का उदाहरण है। गाँव स्तर से लेकर राज्य स्तर तक होने वाली इस स्पर्धा में कुल 6 खेलों को शामिल किया गया है जो निम्न हैं। हॉकी, वॉलीबाल, कबड्डी, टेनिस क्रिकेट बॉल, शूटिंग बॉल व खो-खो केवल महिला वर्ग के लिए होगी बाकि चारों खेलों में महिला व पुरुष दोनों ही भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य – विभाग, स्थानीय प्रशासन सभी को एकजुट किया गया है।
हर विभाग पूरी तन्मयता से कार्य कर रहा है। इसी का परिणाम है कि
रिकॉर्ड-तोड पंजीकरण हुआ है। सभी खेल मैदान अच्छी तरह से तैयार है। इस ओलंपिक आयोजन हेतु एक प्रतीक चिह्न “शेरू” का लोकार्पण माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया है।
निश्चित ही इन खेलों के द्वारा ग्रामीण प्रतिभावान खिलाडी सामने आएंगे जो कि आपके राज्य व देश का नाम आने वाले समय में ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ व वर्ल्ड चैम्पियनशिप में करेंगे। राज्य का गाँव-गाँव व ढाणी-ढाणी इन खेलों मे भाग ले रहा है व खास बात यह भी है कि इन खेलों में हर उम्र का खिलाडी भाग ले रहा है। क्योंकि उम्र का कोई प्रतिबंध नहीं रखा गया है ।
उप जिला शिक्षा अधिकारी , खेलकूद
हॉकी, वॉलीबाल, कबड्डी, टेनिस क्रिकेट बॉल, शूटिंग बॉल व
खो-खो केवल महिला वर्ग के लिए होगी बाकि चारों खेलों में महिला व पुरुष दोनों ही भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए ग्रामीण विकास
अनिल बोडा
उप जिला शिक्षा अधिकारी, खेलकूद
राष्ट्रीय खेल लेखकएवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य – विभाग, स्थानीय प्रशासन सभी
को एकजुट किया गया है।
हर विभाग पूरी तन्मयता से कार्य कर रहा है। इसी का परिणाम है कि
रिकॉर्ड-तोड पंजीकरण हुआ है। सभी खेल मैदान अच्छी तरह से तैयार है। इस
ओलंपिक आयोजन हेतु एक प्रतीक चिह्न “शेरू” का लोकार्पण माननीय मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने किया है।
निश्चित ही इन खेलों के द्वारा ग्रामीण प्रतिभावान खिलाडी सामने आएंगे जो कि
आपके राज्य व देश का नाम आने वाले समय में ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ
व वर्ल्ड चैम्पियनशिप में करेंगे। राज्य का गाँव-गाँव व ढाणी-ढाणी इन खेलों में
भाग ले रहा है व खास बात यह भी है कि इन खेलों में हर उम्र का खिलाडी
भाग ले रहा है। क्योंकि उम्र का कोई प्रतिबंध नहीं रखा गया है ।