बीकानेर, 3 नवम्बर । मांड कोकिला पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई की 29 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर बुधवार को कलाकारों ने भावभीनी स्वरांजलि प्रस्तुत की । अल्लाह जिलाई बाई स्मृति ऑनलाइन मांड समारोह में स्व: अल्लाह जिलाई बाई के प्रिय गीत “केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देस” की धूम रही ।
अल्लाह जिलाई बाई मांड गायकी प्रशिक्षण संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ.अज़ीज़ अहमद सुलेमानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । डॉ. सुलेमानी ने मांड समारोह को विश्वव्यापी बनाने का संकल्प जताया । डॉ. सुलेमानी ने देश विदेश में बसे मांड प्रेमियोँ से अपनी रचनाएं मांड समारोह में ऑनलाईन साझा करने की अपील की । डॉ. एच. एस कस्वां ने कहा कि राजस्थान के मांड गायन को पद्मश्री अल्लाह जिलाई बाई ने देश विदेश में पहचान दिलायी । संयोजक लेखक अशफ़ाक़ क़ादरी ने स्वागत उदबोधन में मांड समारोह के प्रेम और सद्भाव का संदेश जन जन में पहुंचाने का आव्हान किया । कार्यक्रम में फिल्मकार मंज़ूर अली चंदवानी ने भी श्रद्धांजलि दी ।
कार्यक्रम मे मुम्बई से विश्वविख्यात मांड औऱ ग़ज़ल गायक राजकुमार रिज़वी- इंद्राणी रिज़वी, नेहा रिज़वी ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में “केसरिया बालम” और “गोरबन्द”,पंखियो” लोकगीत प्रस्तुत कर खिराजे अक़ीदत पेश की । कार्यक्रम में अजमेर के नासिर मोहम्मद मदनी, बीकानेर के चेतन्य सहल, डा. नीतू एज़ाज़ सुलेमानी,श्री डूंगरगढ़ के सांवरमल कथक, खुशी कथक ने भी अलग अलग अंदाज में “केसरिया बालम” सुनाकर स्वरांजलि दी । कार्यक्रम में नीलकण्ठ गोस्वामी ने बांसुरी पर केसरिया बालम सुनाया ।
कार्यक्रम में अजमेर के शास्त्रीय गायक प. चन्द्र प्रकाश तंवर ने “भगवान शिव की रचना” ओर “म्हारा सांचोड़ा मोती” सुनाया । कार्यक्रम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर की ओर से नत्थू खां एन्ड पार्टी (जामसर) ने मांड गीत “मूमल” ओर “गोरबन्द” सुनाकर कार्यक्रम में नए रंग भरे । कार्यक्रम में संगीत नाटक अकादमी जोधपुर, नई दिल्ली की ओर से दयाराम भांड एन्ड पार्टी (मेड़ता रोड नागौर) ने लोकगीत “केसरिया बालम”, “हिचकी”,”ओल्यू”, हिचकी” “म्हारो साजन” गीत पेश किए । कार्यक्रम में संस्थान के डॉ. एज़ाज़ अज़ीज़ सुलेमानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।