बीकानेर, 28 अगस्त। भारत की स्वतंत्रता असंख्य और अन्नत तपस्याओ कि एक कहानी है जो हमें आज यह याद दिताती है हम कैसे इनकी गुलामी से भारत मुक्त हुए। यह बात रविवार को नोखा में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय बीकानेर की ओर से आयोजित इण्डिया से भारत की और विषय पर व्यख्यानमाला के तहत शिक्षाविद प्रेमदान चारण ने कही। उन्होंने कहा कि जिस भारत के लिए शताब्दियों तक संघर्ष हुआ वो भारत क्या वे देट ईज इण्डिया वर्तमान भारत के लिए थी?
इस अवसर पर अखिल भारतीय महासंघ के आह्वान पर वार्ता रखी गई चारण ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम में बहुत से ऐसे व्यक्तित्व है जो स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय थे या तो वे प्रकाश में ही नहीं आए या उनकी अनदेखी कर दी गई।
इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी राष्ट्र का भविष्य तभी उज्जवल होता है जब वह अपने अतीत के अनुभवों और विरासत के गर्व से निरंतर जुड़ा रहता है। भारत के पास अभिमान करने के लिए हजारों वर्षों की गौरवशाली परंपरा है, समृद्ध इतिहास है और चैतन्य सांस्कृतिक विरासत है। अपने अमर-सनातन स्वत्व को पहचान कर स्वाभिमान के साथ दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलने और आवश्यकता पड़ने पर मार्गदर्शन कर सकने वाला भारत बनने का आह्वान यह महोत्सव करता है ।
संगठन के मंडल संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश रोड़ा ने अपने व्याख्यान में कहा कि आजादी के 75वें माहोत्सव कार्यक्रम के साथ साथ इंडिया से भारत की ओर लोटौ यही हमारी संस्कृति की पहचान है ।उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत में अनेकता में एकता होते हुए भी आज जो कार्य समाज में शिक्षक कर सकता है वह कोई दूसरा नहीं कर सकता इसलिए इस वर्ग को बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए जिससे अपने समाज और बच्चों को संस्कारित करना चाहिए। कार्यक्रम में संगठन के जिला संगठन मंत्री लेख राम गोदारा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से आव्हान किया अपनी सभ्यता और संस्कृति के उत्थान हेतु हमारे को आगे आना चाहिए तभी हम पुनः इंडिया से भारत की ओर लौट सकते हैं। अपने उद्बोधन में कहा की भारत ने जो स्वतन्त्रता के संग्राम के समय संघर्ष किया उसी का परिणाम है कि आज हम गुलामी की जंजीरों से मुक्त है। जिलाध्यक्ष मोहनलाल भादू ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से हमारा संगठन सम्बन्ध रखता है इसलिए केन्द्रीय आव्हान पर ही यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है हमारे संगठन की रीति नीति अन्य संगठनों से अलग है हम देशहित समाज हित छात्र में काम करते हैं।
जिलाध्यक्ष मोहन भादू ने बताया की दूसरे सत्र में शिक्षकों की समस्याओं, जिला सम्मेलन, सदस्यता पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष दानाराम भादू, नोखा उप शाखा के अध्यक्ष जगदीश मंडा, मंत्री रामलाल सियाग, पांचू उपशाखा के मंत्री अलसी राम , रामधन चौधरी, हरिकिशन शर्मा, गोपाल राम हुड्डा, शंकर सेन, महिला मंत्री चेना केवटिया , भंवर पारीक, तथा अनेकों शिक्षकों ने संबोधित किया। इस अवसर पर संगठन मंत्री ने बताया की एक तरफ प्रारंभिक शिक्षा में शिक्षा के गेप को दूर करने की बात ओ रही है दूसरी तरफ प्रारंभिक शिक्षा पूर्णता यानी आठवीं बोर्ड परीक्षा में 33 से 50 अंक वाले छात्रों को बी ग्रेड में मानकर शिक्षकों नोटिस दिया जा रहा है जबकि माध्यमिक शिक्षा में 33 से 45 तक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण मानकर कोई नोटिस नहीं दिया जाता इस विसंगति को दूर करने के लिए संगठन स्तर पर शिक्षा निदेशालय राजस्थान सरकार व शिक्षा शासन सचिव को पत्र लिखा जाएगा और इस विसंगति को निराकरण कर डी ग्रेड से मिलने वाला नोटिस राहत ।की मांग की जाएगी। वही तृतीय श्रेणी के शिक्षको के स्थानांतरण करने,विधालयो में सहायक कर्मचारी लगाने,नोशनल लाभ की असमंजसता दूर करने,महात्मा गांधी विधालयो में पदों का आवंटन करने, अंग्रेजी के साथ साथ आवश्यकता वाले विधालयो में हिन्दी माध्यम से अध्ययन की सुविधा देने,सभी संवर्ग की बकाया पदोन्नति करने आदि विभिन्न मांगों से सरकार को अवगत करवाकर हल करवाने हेतु विचार किया गया