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दीपावली पर बच्चों को मिली उपहार में साईकिलें
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गीता जी याद होने वाले बच्चों को उपहार में मिली साईकिलें।
टुडे राजस्थान न्यूज़
बीकानेर 27 अक्टूबर । श्री मुरली मनोहर धोरा भीनासर में संतो के सानिध्य में पिछले कई सालों से बच्चों को गीता जी सिखाई जाती हैं जिसके तहत अब तक 20 से अधिक बच्चों ने गीता जी के 18 अध्याय याद कर लिए है। इस दीपावली को 3 बच्चों को साईकिले मिली जिनका नाम देवेश सोलंकी 9 साल, ख़ुशी सोलंकी 12 साल, जानवी प्रजापत 16 साल है। श्री मुरली मनोहर धोरे के संरक्षक राम गोपाल अग्रवाल ने कहा कि भविष्य में सनातन धर्म संस्कृति को और मजबूत करने के लिए बच्चों को गीता सिखाना बहुत जरूरी है। आज मोबाइल के युग में बच्चों की शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए गीता जी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
संत श्री किशन दास महाराज ने कहा कि धोरे पर लोगों की बहुत आस्था है अतः दूर-दूर से लोग दर्शन के लिये आते रहते है।
संत श्री श्याम सुंदर जी महाराज ने कहा की परम पूज्य स्वामी श्री राम सुखदास जी महाराज की प्रेरणा से मुरली मनोहर धोरे पर गीता रूपी ज्ञान की गंगा बह रही हैं जिसका हम सभी को लाभ लेना चाहियें।
अमित अग्रवाल ने कहा कि धोरे पर हर रविवार को सुबह 9:30 से 12:30 तक गीता जी की क्लास लगती है यहाँ पर गीताजी सीखने आने वाले बच्चों को लाने-लेजाने की निःशुल्क व्यवस्था की हुई है तथा बच्चों को हर अध्याय याद होने पर उपहार भी दिया जाता है। वर्तमान में 1000 से अधिक बच्चें इसका लाभ ले रहे है।
मुकेश अग्रवाल ने अनुसार मुरली मनोहर धोरे पर गाय, ग़ोचर, गंगा, गीता व गीताप्रेस जैसे दिव्य संगम एक साथ सिर्फ मुरली मनोहर धोरे पर ही मिलेगा।
इस पुनीत मिशन में नरसिंह दास मिमानी, रामकिशन डागा,रामप्रसाद मिमानी, गिरिराज मिमानी, तारा देवी सोनार, शिव गहलोत, कैलाश सोलंकी आदि अनेक लोग जुड़े हुवे है।