बीकानेर, 13 नवम्बर। चार माह के चातुर्मास काल का समापन व देवउठनी एकादशी पर रविवार को सगाई व विवाह आदि मांगलिक कार्यक्रम होंगे। करोना काल के बाद देव उठनी एकादशी को दो वर्ष के बाद होने वाले मांगलिक कार्यों के कारण बाजारों में पिछले कुछ दिनों से रौनक है।
बैंड पार्टियां, हलवाई, फोटोग्राफर, पंडित, बिजली सजावट करने वाले, कपड़े, किराने व सोने चांदी के आभूषण सहित विविध विवाह उपयोगी सामग्री का व्यापार करने वाले व्यस्त नजर आ रहे हैं। पिछले दो साल से हाथ पर हाथ रखे बैठे बैंड पार्टीवालों ने तो फ्रूट सब्जी का ठेला लगाकर व मजदूरी कर अपने तथा अपने परिजनों का पेट पाला। वहीं यहीं आलम विवाह में विविध सामग्री बेचने वालों का था। उन्होंने जितनी मंदी करोना काल में देखी उतनी कभी नहीं देखी। रविवार को परिण्य सूत्र में बंधने वाले कई युवक-युवतियों की शनिवार को गाजे बाजे से बनौळी निकाली गई।