तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी का समापन
बीकानेर, 30 नवंबर । बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज बीकानेर के तत्वावधान में ललित कला विभाग के संयोजन में तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी का समापन बुधवार को महाविद्यालय प्रांगण में समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.पंकज जैन ने की।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने कला संकाय के छात्रों से साक्षात्कार करते हुए कहा कि चित्रकला में क्रिएटिव-समकालीन कला का प्रदर्शन करना चाहिए, जोशी ने कहा कि परम्परागत चित्र कला को आगे बढ़ाने के प्रयास होने चाहिए, जोशी ने पाँच सौ से अधिक चित्रों के अवलोकन उपरांत विद्यार्थियों के कला अध्ययन की सराहना करते हुए उनसे कला अभिव्यक्ति और कला माध्यम पर चर्चा भी की !
बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज के प्राचार्य डाॅ.पंंकज जैन एंव ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष अनिकेत कच्छावा ने कला विभाग की रिपोर्ट रखते हुए बताया कि विभाग में चल रही कला प्रदर्शनी में विज्ञापन कला , मूर्ति कला और चित्रकला के करीब 500 चित्रों ( चित्रों में वेस्टर्न आर्ट , इंडियन आर्ट , परंपरागत चित्र कला , और क्रिएटिव समकालीन कला ) को प्रस्तुत किया गया जिसे बीकानेर के कला रसिकों और कला प्रेमियों ने अवलोकित किया ! वरिष्ठ चित्रकार योगेन्द्र पुरोहित ने कहा कि चित्र प्रदर्शनी में विशेष बात ये भी कही जा सकती है की छात्रों ने सेलिबस से अतिरिक्त सृजन कार्य किया है ।
कच्छावा ने बताया कि छात्रा प्रिया पटवा ने अकेले ही 199 चित्र प्रदर्शित किये जिसमे चित्र संयोजन को विभिन्न विषयों के साथ उकेरा गया है ।
बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज बीकानेर के ललिल कला विभाग के विभागाध्यक्ष अनिकेत कच्छावा ने मुख्य अतिथि श्री राजेन्द्र जोशी को स्मृति चिन्ह भेंट किया ।
कच्छावा ने बताया कि कला विभाग की चित्र प्रदर्शनी को अवलोकित करने जैन पब्लिक स्कुल , शास्त्री बाल मंदिर, जैन कन्या पाठ शाला , केंद्रीय विद्यालय , बाफना स्कुल , डूंगर महाविद्यालय आदि के विद्यार्थियों ने अवलोकन किया।
कला प्रदर्शनी में बाल कलाकारों ने ऑन दा स्पॉट चित्र प्रदर्शनी से प्रभावित होकर चित्र बनाये उनमे मास्टर धनंजय नारायण जोशी ने टाइगर के चित्र की अनुकृति करने की कोशिश की , छात्रा केशव कवर ने भी स्केच बनाया
चित्र प्रदर्शनी के समापन समारोह में व्याख्याता मास्टर शंकर रॉय ने सभी का आभार ज्ञापित किया ।