टुडे राजस्थान न्यूज़
बीकानेर, 07 दिसंबर। खेल ही है जो जीवन में शारीरिक व मानसिक विकास का आधार बनकर सर्वांगिण विकास के साथ विद्यार्थी की दिशा तय करते हैं और वे स्वअनुशासन को ग्रहण कर कीर्तिमान स्थापित करते हैं। बालक का सर्वांगिण विकास पूरे जोश के साथ खेलों में भाग लेने से होता है| केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक एक के प्राचार्य महिपाल सिंह ने वार्षिक खेल दिवस का उद्घाटन करते हुए विद्यार्थियों को वर्ष पर्यन्त नियमित पढ़ाई के साथ खेलकूद से भी जीवन को विकसित करने का आह्वान किया।
वार्षिक खेल दिवस के मुख्य अतिथि केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 के प्राचार्य उम्मेद सिंह ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को खेलों के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन करने का लक्ष्य सपना देखना चाहिए और जो सपने देखते हैं उनके पूरे भी होते हैं। उन्होंने कहा कि वर्षभर संगठन विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के विभिन्न गतिविधिया आयोजित करता है जिसमें पाठ्यक्रम के साथ साथ सांस्कृतिक और खेलकूद गतिविधयां प्रमुख होती हैं।
वार्षिक खेल कूद समारोह पर अनेक विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न खेल कूद प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यालय के चार सदनों की विभिन्न प्रकार की दौड, लंबी कूद, चम्मच-मेढ़क दौड़ आदि प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और प्रतियोगिताओं में विजयी रहे विद्याथियों को प्राचार्य महिपाल सिंह और उम्मेद सिंह ने मेडल और प्रमाण पत्र प्रदान किए। विद्यालय के खेल प्रभारी नरेश कुमार ने बाताया कि प्रथमिक और माध्यमिक स्तर के दौ सौ से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज दइया ने किया।
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