बीकानेर, 25 नवंबर। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम देशज गुरुवार को संपन्न हुआ।
रविंद्र रंगमंच में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। अंतिम दिन बीकानेर के अनिल नागौरी, गवरा देवी तथा प्रेरणा पंचारिया के दल ने राजस्थान के लोक संगीत की प्रस्तुतियां दी। वहीं बीकानेर के ही शिवरतन एवं बद्री प्रसाद सुथार एवं दल ने पारंपरिक संगीत प्रस्तुत किया। चमोली के पिंडर घाटी बहुउद्देशीय विकास एवं सांस्कृतिक समिति के कलाकारों ने उत्तराखंड के पांडव नृत्य, सिवाना के तगाराम मेघवाल एवं दल ने राजस्थान के गैर नृत्य, मथुरा के बृज लोक मंच ने उत्तर प्रदेश के मयूर रास नृत्य, पाली के गंगा देवी एवं दल ने राजस्थान के तेरहताली नृत्य, कोनापाडा के गुनाधर सईस एवं दल ने पश्चिम बंगाल के नटुवा नृत्य तथा पटियाला के मनप्रीत सिंह एवं दल ने भांगड़ा की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। वहीं दोसा के अकरम खान एवं दल ने बहरूपिया कला की नायाब प्रस्तुतियां देकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। इस दौरान संगीत नाटक अकादमी के उप सचिव पी जोसेफ डी राज, एचसीएम रीपा के अतिरिक्त निदेशक गोपाल राम बिरदा, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानु प्रताप सिंह, पर्यटन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह, पवन शर्मा, सीताराम कच्छावा, गुलाम हुसैन, रामसहाय हर्ष, विकास शर्मा, मालू सिंह आदि मौजूद रहे।