बीकानेर 26 नवम्बर। सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय, में शुक्रवार को संविधान दिवस के अवसर कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राजीव गांधी स्टडी सर्किल के संयुक्त तत्वावधान में ”भारतीय संविधान एवं लोकतांत्रित व्यवस्था“ विषयक एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। डाॅ. सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में एनएसएस, एनसीसी, स्काउट, निर्वाचन साक्षरता क्लब, एवं महिला प्रकोष्ठ ने विषेष रूप से सहभागिता की। महाविद्यालय के प्रताप सभागार में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि दयानन्द विष्वविद्यालय अजमेर के पूर्व कुलपति डाॅ. रूप सिंह बारठ, विषिष्ट अतिथि एनएसएस के राज्य समन्वयक डाॅ. बनय सिंह एवं सहायक निदेषक डाॅ. राकेश हर्ष रहे। अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने की। एनएसएस के जिला समन्वयक डाॅ. नरेन्द्र लाम्बा ने बताया कि इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. जी.पी. सिंह ने समस्त सहभागियों को संविधान की शपथ दिलाई।
स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए प्राचार्य डाॅ. सिंह ने महाविद्यालय की एनएसएस इकाई की प्रशंसा करते हुए राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त करने हेतु डाॅ. जाटोलिया एवं विद्यार्थी ललित मेहरा को बधाई दी। उन्होनें कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से विद्यार्थियों को संविधान के मूल अर्थ की जानकारी मिल सकेगी। इस अवसर पर डाॅ. बनय सिंह ने इस दिवस को ऐतिहासिक संविधान दिवस बताया। उन्होनें संविधान दिवस मनाये जाने के बारे में विद्यार्थियों को गहन जानकारी दी। डाॅ. बनय सिंह ने कहा कि केवल कानून बनाने मात्र से ही समस्या समाप्त नहीं होती वरन संविधान को जीवन का ढांचा बनाने में काम लेना चाहिये। उन्होनें कहा कि अधिकार एवं कर्तव्य में समन्वय बना कर ही संविधान का सही अर्थों में सम्मान हो सकेगा। डॉ. बनय सिंह ने इस अवसर पर रुक्टा संगठन को भी संविधान की पूर्ण रूपेण पालना करने की अपील की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ. आर.एस.बारठ ने भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र के बारे में विस्तृत जानकारी से सभी सहभागियों को अवगत करवाया। डाॅ. बारठ ने संविधान को देष का सर्वोच्च एवं पवित्र गं्रथ बताया। उन्होनें कहा कि पूरी सरकार संविधान के तहत ही कार्य करती है। उन्हानें विद्यार्थियों से संविधान के मूल सिद्धान्तों को गहराई से समझने का आह्वान किया। उन्हानें कहा कि तार्किक सोच को विकसित करने वाला ही सही विद्यार्थी होता है। उन्होनें भारतीय राष्ट्रीय कांॅंग्रेस में नेहरू की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होनें स्वतंत्रता दिवस एव ंगणतंत्र दिवस मनाये जाने के बारे में अति महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया। उन्हानें डूंगर काॅलेज में निर्मित संविधान पार्क की विशेष रूप से सराहना की। कार्यक्रम में सहायक निदेषक डाॅ. राकेष हर्ष एवं डाॅ. श्याम सुन्दर ज्याणी ने भी अपने विचार प्रकट किये। संचालन डाॅ. साधना भण्डारी ने किया एवं डाॅ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर डाॅ. उषा कंवर, डाॅ. विजय कुमार ऐरी, डाॅ. नरेन्द्र नाथ, डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित, डाॅ. नन्दिता सिंघवी, डाॅ. सत्यनारायण जाटोलिया, डाॅ. महेन्द्र सोलंकी, डाॅ. संदीप यादव, डाॅ. ओमप्रकाश, डाॅ. सानू शिवा, डाॅ. अनिला पुरोहित, श्रीमती सरिता स्वामी सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्य एवं विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।