बीकानेर,04 दिसम्बर। राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में आयोजित ’शिक्षक-अभिभावक संवाद’ कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में प्राचार्य डाॅ. शिशिर शर्मा ने अभिभावकों व छात्राओें से रुबरु होते हुए महाविद्यालय में संचालित विभिन्न शैक्षणिक व शिक्षणेतर गतिविधियों की जानकारी दी।
इन्होंने एनसीसी, रैंजरिंग, एनएसएस, महिला प्रकोष्ठ, खेलकूद आदि विभिन्न गतिविधियों के द्वारा विद्यार्थी में सजगता व सभ्यता का निर्माण होता है। शैक्षिक उन्नयन के साथ शिक्षणेतर गतिविधियों से व्यक्तित्व निर्माण होने के साथ सभ्य नागरिक का निर्माण भी होता है। प्राचार्य ने कहा कि अभिभावकों को भी महाविद्यालय में चल रही गतिविधियों की जानकारी होनी चाहिये तथा विद्याार्थियों को भी आगे आकर चल रही समस्त जानकारियों के लिये महाविद्यालय की वेबसाईट और नोटिसबोर्ड का निरन्तर अवलोकन कर महाविद्यालय की सूचनाओं के आधार पर गतिविधियों में भाग लेना चाहिये। इस संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों और अभिभावकों ने बढचढ कर भाग लिया।
एनसीसी प्रभारी डाॅ विजयलक्ष्मी शर्मा ने एनसीसी के अन्तर्गत चलने वाली विभिन्न गतिविधियों यथा – ड््रील, सेल्फडिफेंसिंग तथा विभिन्न प्रकार के आयोज्य कैम्पों को विस्तार से बताते हुए अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपनी पुत्रियों को एनसीसी में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करें।
रेंजरिंग की जानकारी देते हुए डाॅ राधा सोलंकी ने रेंजरिंग को सजग व सभ्य नागरिकता के लिये आवश्यक बताते हुए विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
हैल्थ केयर सेंटर की तरफ से आयोजित किये गये कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए डाॅ. वीणा पुरोहित ने बताया कि पूरे साल भर चलने वाले कार्यक्रमों के द्वारा छात्राओं के शारीरिक जाॅंच तथा स्वास्थ्य संबंधी सेमिनारों के द्वारा छात्राओं को स्वस्थ शरीर निर्माण हेतु सजग किया जाता है।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अजन्ता गहलोत ने किया तथा अभिभावकों को निरन्तर संवाद बनाये रखने हेतु भविष्य में भी बढ-चढ कर सहयोग करते हुए अपने बच्चों को हो रही समस्याओं से अवगत कराने का आग्रह किया। कार्यक्रम के अन्त में डाॅ. रिषभ जैन ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्यों ने भी बढ-चढकर भाग लिया।
प्राचार्य