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बीकानेर 12 मार्च । राजकीय डूंगर महाविद्यालय की प्रतियोगिता दक्षता व गाँधी अध्ययन समिति द्वारा “इल्यूमिनेटिंग दा इनविजिबल : अनवीलिंग इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स” विषय पर आयोजित व्याख्यान का आरम्भ करते हुए प्राचार्य दिग्विजन सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को 18 से 25 वर्ष की आयु तक अथक परिश्रम करना चाहिए तथा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी अर्जुन की तरह लक्ष्य साध कर करे व अध्ययन का तरीका स्मार्ट होना चाहिए।
विशिष्ट वक्ता के रूप में भौतिक शास्त्र विभाग की प्रो. स्मिता शर्मा ने विद्युत चुम्बकीय तरंगों के सभी प्रकार, उनके साधारण जीवन मे उपयोग तथा उन तरंगों की विशेषताओं पर विस्तार से जानकारी साझा की। समिति प्रभारी प्रो. साधना भंडारी ने बताया कि इस समिति का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्नों से सम्बन्धित जानकारी उपलब्ध करना है। यह कार्यशाला बी.ए. प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई।