टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर, 12 अप्रैल । राष्ट्रसंत, डॉ. आचार्य प्रवर श्री दिव्यानंद सूरीश्वर महाराज साहब ( निराले बाबा) के पावन सानिध्य में चल रही
भगवान महावीर कथा के दौरान माता श्री त्रिशला देवी को इन्द्र देव ने अस्वापिनी निद्रा में सुलाकर प्रभु महावीर स्वामी को इन्द्र देव गोदी में सम्मान पूर्वक मेरू शिखर मेरू पर्वत पर लेकर गये और परमात्म का अभिषेक 64 इन्द्र और 56 दिक्कुमारिया सभी मिलकर महावीर भगवान का जन्म महोत्सव भव्यातिभव्य रूप से देवलोक में मनाते है। कार्यक्रम के दौरान इन्द्र देव बनने का सौभाग्य विजय राज बोथरा ने प्राप्त किया। वापस देवलोक से महावीर प्रभु को पृथ्वीलोक पर लेकर आये फिर प्रभु की आरती करने का पुण्य लाभ कुसुम देवी अशोक कुमार, जयन्त बोथरा एवं मंगल दीपक करने का पुण्य लाभ श्रीमती तारादेवी जयचंद लाल बोथरा परिवार ने प्राप्त किया।
दिव्यानंद निराले बाबा ने कहा कि भगवान महावीर कथा हमारे जीवन के विश्वास को मजबूत करती यानि जिसको अपने आप पर विश्वास हो जाये वो ही परमात्मा पर विश्वास कर सकता है ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए विशाल नाहटा ने बताया कि 14 अप्रैल को संक्रांति समारोह का आयोजन सेठिया भवन में गुरुदेव श्री निराले बाबा की निश्रा में सेठिया भवन में प्रातःकालीन 11 बजे रखा गया।
श्री जैन श्वेतांबर निराला संघ के अध्यक्ष नवरत्न मल संचेती ने भगवान श्री महावीर कथा में कलश यात्रा में कलश धारण करने वाली माता बहिनों को एक भक्त की तरफ से चाँदी का सिक्का प्रदान किया वो सभी को देकर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के कर्मठ कार्यकर्त्ता शैलेष गुप्ता एवं भाजपा मंडल नया शहर अध्यक्ष दिनेश महात्मा का गुरुदेव के कर कमलों से सम्मान किया गया।
इस अवसर पर नरेन्द्र सुराणा, पंकज पुगलिया, सम्पत सेठिया, पान मल मिनी, प्रेम कुमार मिनी, जयचंद लाल बोथरा, कुशल संचेती , महावीर कोचर, भूरा मल कोचर, आशु राम सेन, देवेन्द्र बोथरा, भीखम चंद बोथरा, नेम चंद भूरा, डाल चंद गुलगुलिया, हनुमान मल डागा, पुष्पा देवी बोथरा, किरण देवी बोथरा, शर्मिला नाहटा, संगीता बैद, सुनीता रांका, कुसुम देवी बैद, कंचन बैद, मंजु बैद, सिम्पी बैद, कंचन बैद, पूनमदेवी सिपाणी,सम्पत लाल सुराणा, जयचंद लाल सेठिया, तारा देवी बोथरा, आदि अनेकानेक भक्त गण मौजूद थे ।