टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर /अजमेर ,09 जून। चुनाव सूचना केंद्र अजमेर में संपन्न हुए
जिसमें बनाराम चौधरी,बाड़मेर प्रदेशाध्यक्ष,पूनमचंद बिश्नोई,जालोर, मुख्य महामंत्री, यतीश वर्मा बीकानेर प्रदेश महामंत्री ,आनंद पारीक बीकानेर उपसभा अध्यक्ष, अंजुमन आरा बीकानेर महिला उपाध्यक्ष, गुलाब नाथ योगी लूणकरणसर प्रदेश वरिष्ठ मंत्री निर्विरोध निर्वाचित हुए। संगठन के संरक्षक महादेवाराम देवासी ने नवनिर्वाचित पदाधिकारीयों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
प्रदेश मुख्य महामंत्री पूनमचंद बिश्नोई के अनुसार संगठन का वार्षिक महासमिति अधिवेशन में शिक्षा शिक्षार्थी व शिक्षक हित के कई प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें केंद्र सरकार से नई शिक्षा नीति 2020 जो निजीकरण को बढ़ावा देती है उसमें संशोधन करने,आठवां वेतन आयोग लागू करने, एवं राज्य सरकार से शिक्षक स्थानांतरण नीति लागू करने, सभी संवर्गों की बकाया पदोन्नतियां अति शीघ्र करने, संविदा कार्मिकों को स्थाई करने, शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने, कोरोना मे फ्रिज डी ए को भुगतान करने सहित कई प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से शिक्षक समस्याओं के निराकरण की मांग की गई। बीकानेर की ओर से सुभाष आचार्य,राम रतन उपाध्याय,मोहम्मद असलम,अंजुमन आरा,टिंकू देवी,यतीश वर्मा और आनंद पारीक ने अधिवेशन में शिरकत की।
अधिवेशन की संयोजक डॉक्टर रोशन दीप श्रीमाली ने अपने उद्बोधन में आगामी वर्ष में शिक्षा व शिक्षक हित में चरणबद्ध आंदोलन व संघर्ष करने का आवाहन किया।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा ने सरकार से ओपीएस की निरंतरता के लिऐ पीएफआरडीएफ कानून निरस्त करने सहित कई मुद्दों पर विचार प्रकट कर संघर्ष की रणनीति की ओर कदम बढ़ाने का ऐलान किया।
अधिवेशन में महामंत्री द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें संगठन की महत्ता,शैक्षिक सह शैक्षिक गतिविधियां एवं देश की राजनीतिक आर्थिक हालात पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
अधिवेशन को जे पी अग्निहोत्री, डॉक्टर धर्म सिंह,केसर लाल चौधरी, सैयद महमूद शाह, महादेवाराम देवासी, प्रदेश अध्यक्ष बना राम चौधरी, सहित कई अतिथियो ने अपने विचार प्रकट किए।अधिवेशन में संगठन की अजमेर जिला शाखा की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा धगेय ने निर्वाचित डेलीगेटो का स्वागत किया एवं अधिवेशन की सफलता हेतु भामाशाह अतिथियों सहित प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग करने वालों का आभार व्यक्त किया।
61 वे अधिवेशन में राजस्थान के सभी जिलों से सैकड़ो की संख्या में शिक्षक डेलिगेट्स की भागीदारी रही।राष्ट्रगान के साथ दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का समापन हुआ।*