टुडे राजस्थान न्यूज़ ( अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 05 सितंबर । महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। शिक्षक सम्मान समारोह में माननीय कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने सम्बद्ध राजकीय महाविद्यालयों से सत्र 2023-24 में सेवानिवृत शिक्षकों एवं विश्वविद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित एवं वित्त अरविन्द बिश्नोई ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की तथा शिक्षक दिवस के प्रकाश डाला।
मीडिया प्रभारी डाॅ. बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय कुलपति मनोज दीक्षित ने कहा कि सेवानिवृत शिक्षक स्वायतता और स्वतंत्र रूप से शिक्षा के प्रचार-प्रसार का कार्य कर सकते है। सेवारत रहते हुए तो उन्हें निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार ही चलना होता है। शिक्षक संस्थाओं में विद्यार्थी एवं शिक्षक ही मुख्य पुंजी है जिनके प्रयासों से विश्वविद्यालय का विकास संभव है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस भारत में शिक्षा के प्रति हमारे सम्मान और कृतज्ञता को प्रकट करने का एक विशेष अवसर है। महान शिक्षाविद् और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉण् सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जीवन को शिक्षा और विद्यार्थियों के उत्थान के लिए समर्पित किया था।
उनके जीवन और कार्यों से प्रेरित होकर यह दिन शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करने का एक अवसर बन गया है। जब डॉण् राधाकृष्णन राष्ट्रपति बने, तो उनके छात्रों और मित्रों ने उनके जन्मदिन को मनाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसे स्वीकार किया लेकिन एक शर्त पर कि उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए, ताकि समाज के सभी शिक्षक सम्मानित महसूस कर सकें।
शिक्षक दिवस का उद्देश्य केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षक हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब विद्यार्थी अपने शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट कर सकते हैं और उन्हें उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद दे सकते हैं।
भारतीय संस्कृति में शिक्षक का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण और आदरणीय रहा है। प्राचीन काल से ही, भारत में गुरु.शिष्य परंपरा का पालन किया जाता रहा है। इस परंपरा के अंतर्गत गुरु ;शिक्षकद्ध को ईश्वर तुल्य माना गया है।
इस अवसर पर छात्रा ईशा शर्मा एवं छात्र गौरव भादाणी ने शिक्षक दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
सम्मानित होने वाले शिक्षकों में डाॅ. दिग्विजय सिंह, डाॅ. महावीर सिंह, डाॅ. अनिता शर्मा, डाॅ. सुचित्रा कश्यप, डाॅ. विजय ऐरी, डाॅ. रेणु बोहरा, डाॅ. विनोद कुमार जांगिड़, डाॅ. विनोद कुमार स्वामी, डाॅ. रेणु अग्रवाल, नेमीचंद शर्मा, डाॅ. रोजी रानी श्रीवास्तव सहित विश्वविद्यालय शिक्षक प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, डाॅ. मेघना शर्मा, डाॅ. गौतम मेघवंशी, डाॅ. धर्मेश हरवानी,डाॅ. अभिषेक वशिष्ठ, डाॅ. अनिल कुमार दुलार, डाॅ. प्रभुदान चारण,डाॅ. लीला कौर, डाॅ. सीमा शर्मा, डाॅ. प्रगति सोबती, डाॅ. संतोष कंवर शेखावत, डाॅ. ज्योति लखाणी, फौजा सिंह, अमरेश कुमार सिंह, मानकेशव सैनी, डाॅ. यशवंत गहलोत एवं उमेश शर्मा सम्मिलित थे।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन अतिरिक्त कुलसचिव डाॅ. बिट्ठल बिस्सा ने किया। समारोह में सहायक निदेशक डाॅ. पुष्पेन्द्र सिंह, महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. अभिलाषा आल्हा, अधिष्ठाता सामजिक विज्ञान इन्द्रा गोस्वामी, अधिष्ठाता कला डाॅ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित सहित विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।