टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेरी,21 सितंबर । परम शान्तमूर्ति महान योगिराज आचार्य सम्राट श्री विजयशान्ति सूरीश्वर जी म.सा. का महाभिषेक स्थानीय कला मंदिर में श्री शांतिविजय सेवा समिति,बीकानेर के तत्वावधान में आज सुबह 09:15 बजे प्रारम्भ हुआ।
भव्य सजावट,गहुली रचना,रंगोली सजावट,फूलो की सजावट देखते ही बनती थी।
भव्य एवं विराट मंच पर परमात्मा तीर्थकर श्री शांतिनाथ भगवान की मनमोहनी प्रतिमा एवं योगिराज की प्रतिमा विराजित थी।
कार्यक्रम में सम्पूर्ण विधि विधान विधिकारक प्रवीण भाई एवं विपिन भाई जो कि नागेश्वर से पधारे उन्होंने किया।
सर्वप्रथम मंगलाचरण में अरिहंत,सिद्ध,आचार्य ,उपाध्याय एवं सर्व साधु,साध्वी भगवंतों की वंदना की गई।
उसके बाद शत्रुंजय, बामनवाड, अचलगढ़,वीरवाड़ा,मनादर, मांडोली आदि तीर्थो के भगवंतों की स्तुति की गई।
महाभिषेक में 115 जोड़ो ने दिव्य एवं सुगंधित औषधियों से 115 गुरुदेव की प्रतिमाओ एवं यंत्रो का फूल,धूप,दीप, दूध,फल,मिठाई आदि से पूजा की।
पूजा में भजन गायक महेन्द्र कोचर,विनोद सेठिया, सुनील पारख,श्रीमती बसु सिंगी,सत्येंद्र बैद,राहुल कोचर,कुशल बैद ने भजनों की प्रस्तुति प्रदान की।
मांडोली के राजा मेरी लाज बचाओ ना, आओ आओ गुरूसा बेगा आओ, भक्तो ने हिलमिलकर दरबार सजाया हैं। भजनों से श्रोता झूम उठे।
कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी का समान किया गया। अपने उदबोधन में श्रीमती वंदना ने कहा कि मैंने अनेको बार जालोर के गाँव मांडोली जो कि गुरुदेव का मुख्य धाम हैं वहां के दर्शन किये। योगिराज विश्व की महान विभूति थे। जीव दया के लिए अनेक कार्य किये।
इस अवसर पर कला मंदिर के संचालक हस्तीमल सेठी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में शान्तिकलश का विधान हुआ।
कार्यक्रम के अंत में परमात्मा की आरती जय जय आरती आदि जिनन्दा एवं ॐ जय जय गुरुदेवा से गुरुदेव की आरती की गई।
समारोह में श्री शांतिविजय सेवा समिति के अध्यक्ष रिषभ सेठिया,जैन महासभा के अध्यक्ष विनोद बाफना,भाजपा के महामंत्री मोहन सुराणा,मंत्री मेघराज बोथरा,समाजसेवी नरपत सेठिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन, जैन पाठशाला के अध्यक्ष विजय कोचर, डॉ जे एस मेहता, समाजसेवी बसंत नवलखा,महेंद्र जैन, इंदरमल सुराणा, अभय सेठी, हस्तीमल सेठी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर सम्पूर्ण जैन सामज का स्वधर्मी वात्सल्य का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त कुमार सिंगी ने किया।