टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर की भारती दैया का क्रोशिया में तीसरी बार नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ
बीकानेर ,23 सितंबर । अपनी रचनात्मकता और दृढ़ संकल्प के साथ, बीकानेर की भारती दैया ने क्रोशिया में अपना तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल कर लिया है, जो उनके सफर में एक अद्वितीय हैट्रिक है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुई, जिसका आयोजन प्रसिद्ध क्रोशिया विशेषज्ञ और समूह की संस्थापक, माधवी सुरीभाटला द्वारा किया गया था।
इस रिकॉर्ड को स्थापित करने के लिए 450 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने मिलकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा दिए गए सख्त दिशा-निर्देशों का पालन किया। दिशा-निर्देशों के अनुसार, हर क्रोशिया स्क्वायर का आकार कम से कम 5 इंच या उससे बड़ा होना चाहिए। स्क्वायर की नकल स्वीकार नहीं की गई, यानी हर स्क्वायर अद्वितीय होना आवश्यक था।
इसके साथ ही, हर स्क्वायर को बीच से शुरू करना भी अनिवार्य था, ताकि सभी स्क्वायर एक समान पैटर्न में बने हों। इन सख्त नियमों का पालन करते हुए, प्रतिभागियों ने 58,162 स्क्वायर बनाए, जो गिनीज के 20,000 स्क्वायर के लक्ष्य से तीन गुना अधिक था।
इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड की पुष्टि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड एजुकेटर स्वप्निल दांडेकर द्वारा की गई, जो इस महान उपलब्धि के गवाह बने। इस रिकॉर्ड ने न केवलभारती दैया को तीसरी बार विश्व मंच पर पहचान दिलाई, बल्कि भारतीय क्रोशिया कला को भी वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारती दैया ने अपनी इस सफलता का श्रेय माधवी सुरीभाटला (फाउंडर), स्वप्निल दांडेकर (एजुकेटर), तनुजा (टीम लीडर) को दिया, जिनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने सभी 450+ सह-प्रतिभागियों का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग के बिना यह रिकॉर्ड संभव नहीं हो पाता।
तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भारती दैया की क्रोशिया कला में महारत और उनके अटूट समर्पण को दर्शाता है। यह सफर उन सभी शिल्पकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो अपनी रचनात्मकता के माध्यम से विश्व स्तर पर पहचान बनाना चाहते हैं।