टुडे राजस्थान न्यूज़ ( अज़ीज़ भुट्टा )
राज्य सरकार का संकल्प, अगले दो वर्षों में स्वच्छता में पहले पायदान पर आए राजस्थान
शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री ने ली बैठक
बीकानेर, 04 अक्टूबर। शिक्षा तथा पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि आने वाले दो वर्षों में प्रदेश को स्वच्छता के क्षेत्र में पहले पायदान पर लाएं, जिससे यह दूसरों के लिए मिसाल बन सके।
शिक्षा मंत्री दिलावर ने शुक्रवार को जिला परिषद में सभागार में आयोजित बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन का बेहतर उपयोग हो। ऐसी नालियां बनाईं जिनमें पानी का प्रवाह आसानी से हो और ग्रामीण क्षेत्र में गंदगी नहीं रहे। उन्होंने कहा कि कम राशि में अधिक से अधिक स्वच्छता के प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता पर खर्च होने वाला पैसा परंपरागत रूप से सफाई का कार्य करने वालों को प्राथमिकता से मिले, यह प्रयास हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत का सपना राजस्थान में सरकार हो, इसके लिए समन्वित तरीके से कार्य किया जाएगा।
उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति के बाद तकनीकी और वित्तीय स्वीकृतियां अविलंब निकालने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर माह सरकारी अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन की सहभागिता से स्वच्छता अभियान चलाया जाए। इसी प्रकार विद्यालयों में भी प्रत्येक सप्ताह के अंतिम कार्य दिवस सातवीं से ऊपर की कक्षाओं में पढ़ने वालेबच्चन जनप्रतिनिधियों और स्टाफ सदस्यों के साथ सफाई की जाए। शिक्षा मंत्री ने पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने का आह्वान किया और बताया कि देशभर में लाखों लोग प्रतिवर्ष पॉलिथीन के कारण होने वाली गंदगी से प्राण गवा देते हैं। ऐसे लोगों का जीवन बचाने के लिए किसी भी स्थिति में पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने की शपथ लेनी होगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर पॉलिथीन का भंडारण और विक्रय करने वालों को प्राथमिक तौर पर समझाइश की जाए तथा नहीं मानने की स्थिति में उनके विरुद्ध कार्यवाही हो।
उन्होंने शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक स्कूलों में अध्यापन कार्य सुचारू रूप से करवाएं। यह सुनिश्चित करें कि अध्यापक स्कूल समय के दौरान किसी भी स्थिति में परिसर नहीं छोड़ें तथा निर्धारित ड्रेस कोड की पालना करें। उन्होंने कहा कि अध्यापन से पूर्व अध्यापक संबंधित विषय का अध्ययन करके जाएं। स्कूल परिसर साफ सुथरा रहे। इसी प्रकार पंचायत में शौचालय साफ-सुथरा रहे। यह टूटे-फूटे तथा खराब होने को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षक अध्यापन के साथ ऐसे नवाचार करें, जिसका विधार्थियों को लाभ मिल सके। निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ करना सुनिश्चित करें। बैठक में महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओम प्रकाश, नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष सहित पंचायती राज और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।