टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 13 जनवरी। राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की ईकाई तृतीय व चतुर्थ द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर के तृतीय दिवस पर अनेक सांस्कृतिक व शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्रथम सत्र में स्वयंसेविकाओं ने कार्यक्रम अधिकारी अंजू सांगवा व सुनीता बिश्नोई के साथ मिलकर प्रार्थना व एनएसएस गीत गाया और शारीरिक प्रशिक्षक प्रीतम सेन से मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली। अल्पाहार के पश्चात् द्वितीय सत्र में महाविद्यालय के प्रोफेसर उज्जवल गोस्वामी ने ‘भारत के पर्व-भारत की सांस्कृतिक पहचान’ विषय पर व्याख्यान देते हुए भारतवर्ष में मनाए जानें वाले विविध पर्वों की महत्वपूर्ण विशेषताओं की जानकारी दी व भारत की पर्व संस्कृति में छात्राओं की रुचि जागृत करने का सकारात्मक प्रयास किया।
उन्होंने छात्राओं को भारतीय संस्कृति की विशेषता ‘विविधता में एकता’ से अवगत करवाते हुए इसे बनाए रखने की सीख दी। स्वयंसेविकाओं ने महाविद्यालय परिवार के साथ मिलकर भारती रंगमंच पर ‘लोहड़ी’ व ‘मकर संक्रान्ति’ का त्यौहार मनाया जिसमें प्राचार्य प्रो. अभिलाषा आल्हा व प्रो. इंदिरा गोस्वामी ने अन्य वरिष्ठ संकाय सद्स्यों के साथ मिलकर बॉनफायर की रस्म करते हुए भारतीय एकता को पुष्ट करने की दिशा में एक नवीन पहल की।
कार्यक्रम में पारंपरिक परिधान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने भारत के अलग-अलग प्रांतों की वेशभूषा पहनकर मनमोहक नृत्य करते हुए भारतमाता की इंद्रधनुषी छवि को प्रस्तुत किया। इसके बाद छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर में बोटैनिकल गार्डन के आसपास का कचरा संग्रहित कर उसका निस्तारण करके स्वच्छता में अपना योगदान दिया। भोजन करने के बाद अंतिम सत्र में स्वयंसेविकाओं व कार्यक्रम अधिकारियों ने सर्वोदय बस्ती व रामपुरा बस्ती में जाकर गरीब बच्चों को मूंगफली व रेवड़ी बांटी। स्वयंसेविकाओ ने रैली निकालकर भारत की एकता के नारे लगाते हुए कच्ची बस्तियों के लोगों को एकजुट होकर रहने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया।