अज़ीज़ भुट्टा की रिपोर्ट
बीकानेर 04 जनवरी । मानवता का परिचय देते हुए और हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई की परिभाषा को चरितार्थ करने में लगे थे युवा।
मंगलवार को बीकानेर बंद के दौरान के माहौल को देखते हुए सयोंग ऐसा बना जिससे हिंदू और मुस्लिम युवाओं ने मिलकर बीकानेर की पावन धरती पर मिसाल कायम की है।
बीकानेर शहर में यह प्रथम मामला होगा शायद जब संयोग से बीकानेर के आज के माहोल को देखते हुए हिंदू और मुसलमान ने मिलकर हिंदू और मुस्लिम दोनो का अंतिम संस्कार दोनो धर्म और मजहब के अनुसार एक ही दिन मे नियमानुसार किया। एक हिंदू बुजुर्ग को शमसान में अंतिम संस्कार करवाया और मुस्लिम को कब्रिस्तान में दफनाया गया। ।
इस पुनीत कार्य करने का सौभाग्य असहाय सेवा संस्थान, बीकानेर के सेवादारों को मिला।
एक अज्ञात आदमी जो हिंदू था जो मटका गली में रहता था रविवार कसकी मृत्यु हो गई थी जिसकी पहचान नहीं हो पाई थी जिसे मटका गली से उठाकर पी बी एम अस्पताल के मोर्चरी कक्ष में रखवाया गया था।
आज 72 घंटे होने के बाद इस आदमी का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया।
दूसरा मुस्लिम आदमी था यह भी अज्ञात था जिसकी पहचान नहीं हो पाई थी इसकी भी मृत्यु हो गई थी जो सट्टा बाजार मैं मिला था जिसे उठाकर पी बी एम अस्पताल के मोर्चरी कक्ष में रखवाया गया था। आज 72 घंटे के बाद मुस्लिम रिवाज से कब्रिस्तान में दफनाया गया।
उपरोक्त सेवा कार्य कोटगेट थाना अधिकारियों, पी बी एम पुलिस चौकी के अधिकारियों की निगरानी में संपन्न कराया गया।
साथ में नगर निगम कर्मचारी नसीम और इनायत अली का सहयोग रहा।
आज हिंदू और मुस्लिम दोनो का अंतिम संस्कार उनके धर्मो के हिसाब हिंदू और मुस्लिम के युवाओं ने मिलकर यह काम किया ।
अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में खिदमतगार खादिम सोसायटी के हाजी जाकिर, सोएब भाई तथा असहाय सेवा संस्थान, बीकानेर के राजकुमार खड़गावत, ताहीर हुसैन, रमजान अली, भरत मारू, मो जुनैद, दमनप्रीत आदि शामिल रहे ।
असहाय सेवा संस्थान बीकानेर के राजकुमार खड़गावत और ताहिर हुसैन बीकानेर ने बताया कि संस्थान के सभी सेवादारों की तरफ से
बीकानेर और देश की आम जनता को ये मैसेज देना चाहते हैं कि आपस में भाई चारा सदैव बना रहे और अमन और शांति का माहोल बना रहे। धैर्य और धीरज रखते हुवे मानव हित में जन हित का ख्याल रखे।
राजकुमार खड़गावत, ताहीर हुसैन, मो जुनैद, अब्दुल सत्तार, रमजान, दमनप्रीत, इरफान, भरत मारू,खाजू मो, हेमेंद्र, तेजेस गोस्वामी,मंजू गोस्वामी,यश परिहार,अशोक कुमार कच्छावा, त्रिलोक सिंह, रामा भाई, शिवम, इमदाद ,हाजी जाकिर, सोएब भाई, इनायत अली आदि सेवादार सभी का पूरा सहयोग रहा।