महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति और जिला प्रसाशन बीकानेर के द्वारा गाँधी जयंती के अवसर पर गांधी जीवन दर्शन औऱ आज का युवा विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुवे हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी ने कहा कि वर्तमान में देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां गांधी की प्रासंगिकता सर्वाधिक है। वर्तमान भारत गांधी के सपनों का भारत नहीं है। ऐसे समय में जब व्यक्ति से व्यक्ति में घृणा का दौर है, जहां पहनावा, खान पान को लेकर देश को बांटने की शक्तियां काम कर रही है, ऐसे समय में गांधी जीवन दर्शन की सर्वाधिक आवश्यकता है। थानवी ने महात्मा गांधी उद्धरणों को साझा करते हुवे कहा कि गांधी दर्शन औऱ आज की पीढ़ी का वर्जन दोनों मे फर्क है, ऐसे में युवाओं से उम्मीद की जाती है कि वह महात्मा गांधी के आदर्शों को अपनाए ओर उन्हें आत्मसात करें। ओम थानवी ने गांधी के भाषा संबंधी दर्शन को ध्यान में रखकर कहा कि हिंदी और उर्दू में कोई फर्क नहीं है, और आज बोलचाल की भाषा में हम अनेक भाषाओं का उपयोग करते हैं ऐसे में उर्दू, हिंदी या किसी अन्य भाषा में फर्क दिखाकर देश में अलगाव पैदा करने की कुचेष्टा को युबाओं को समझना होगा। युवा जाने की गांधी के सपनों का भारत वो भारत है जहाँ साम्प्रदायिक तनाव, भाषा तनाव, जातिगत अलगाव, क्षेत्रीय अलगाव की कोई जगह नहीं है। गांधी की अहिंसा में न वैचारिक हिंसा थी न शारिरीक ऐसे में मोब लीचिंग जैसे शब्द अगर समाज में जगह बना रहे हैं तो वो गांधी का भारत नहीं हो सकता। थानवी ने युवाओं को आह्वान किय्या कि वे आगे आये और सब बातों, हालातों को समझकर गांधी के भारत का निर्माण करें। कार्यक्रम की शुरुवात में महात्मा गांधी के चित्र पर सूत माला अर्पित की गई व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम शुरू किया गया। वहीं दीपिका प्रजापत, चैतन्य ने गांधी जी का प्रिय भजन वैष्णव जन को प्रस्तुत किया। वहीं बारहगुवाड़ बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने गांधी जी रामधुन प्रस्तुत की। वहीं अहमद हारून कादरी ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये।
महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के अध्यक्ष औऱ ज़िला कलेक्टर नमित मेहता ने गांधी के विचार, आदर्श, मूल्यों को अंगीकार करने की बात कही। अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए एच गौरी ने कहा कि गांधी वर्तमान समय की जरूरत है जिसे पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। महात्मा गाँधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक संजय आचार्य ने सभी आगुंतकों का स्वागत करते हुवे महात्मा गांधी के जीवन आदर्श जन जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक और देश के जीवीत गांधी माने जाने वाले एस एन सुब्बाराव के संदेश को प्रसारित किया गया।इस संदेश में एस एन सुब्बाराव ने कहा कि गांधी का भारत भय भुख और भ्र्ष्टाचार मुक्त भारत है जिसकी शुरुआत युवा ही करेगा। सुब्बाराव जी ने कहा कि अच्छे कार्यों की शुरुआत खुद से होती है। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के ब्लॉक संयोजक श्याम नारायण रंगा ने विषय प्रवर्तन करते हुवे कहा कि युवा वर्ग बिना जाने, बिना समझे गांधी को समझने का प्रयास न करें। रंगा ने कहा कि वर्तमान समय में गांधी व नेहरू जैसे देश के कर्णधारों की क्षवि को बिगाड़ने का जो कुत्सित प्रयास किया जा रहा है युवाओं को उससे सावधान रहने की जरूरत है।
इस अवसर पर वीरांगनाओं और स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का सम्मान भी किय्या गया। कार्य्रकम में सिंथेसिस के डायरेक्टर मनोज बजाज ने ओम थानवी के अभिनंदन पत्र का वाचन मनोज बजाज ने किय्या। मनोज बजाज ने आगामी कार्यक्रमो की भी विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य जी पी सिंह, महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य शिशिर शर्मा, मदन मेघवाल, सहायक निदेशक उच्च शिक्षा, साजिद सुलेमानी, बाबू भाई मुस्तफा, उमा करल, सुभाष स्वामी, रामगोपाल विश्नोई, महिपाल सारस्वत, पशु क्रूरता निवारण समिति की रामेश्वरी चौधरी, पूर्व पार्षद श्रीमती कुसुम आचार्य, कमल व्यास, नेहरू शारदा पीठ के प्राचार्यप्रशांत बिस्सा, एस एल हर्ष, महेश शर्मा, जामिया मिलिया इस्लामिया के पूर्व प्रोफेसर भंवर भादानी, प्रोफेसर विजय एरी, कपिल ज्याणी, रामनिवास कुकणा, सहित अनेक संस्थाओं के पदाधिकारी, शहर के गणमान्य नागरिक उपस्तिथ थे। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिप्रकाश रंगा ने किय्या