रूक्टा के बैनर तले डूंगर कॉलेज में शिक्षकों ने दिया धरना।
बीकानेर 5 अक्टुबर। राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (रूक्टा) के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में कॉलेज शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर संबंधित महाविद्यालयों में धरना दिया। रूक्टा के महामंत्री डॉ. विजय ऐरी ने बताया कि 26 सितम्बर को राजकीय महाविद्यालय थानागजी में रीट की परीक्षा के दौरान सहायक केन्द्राधीक्षक श्री कन्हैयालाल मीणा के साथ प्रशासनिक अधिकारी ने बदसलूकी की तथा राजकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की। डॉ. ऐरी ने बताया कि घटना से प्रदेश के समस्त कॉलेज शिक्षकों में रोष व्याप्त है तथा दोषी अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि दोषी अधिकारी के विरूद्ध जब तक कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं होती है तब तक कॉलेज शिक्षक विभिन्न मंचों से विरोध प्रदर्शन करना जारी रखेगें।
डॉ. ऐरी ने अपने उद्बोधन में राज्य सरकार से जुलाई 2018 से पात्र शिक्षकों को कैरियर एडवान्समेन्ट स्कीम का लाभ देने, सातवें वेतनमान के मौद्रिक लाभ एक जनवरी 2016 से देने तथा 30 जनवरी 2018 के बाद से वर्तमान तिथि तक भी सीएएस का लाभ देने सहित विभिन्न मांगो का मांग पत्र प्राचार्य एवं जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार तक भेजा गया है।
डूंगर महाविद्यालय इकाई के सचिव डॉ. नरेन्द्र नाथ ने बताया कि धरने में डूंगर कॉलेज के 100 से अधिक सहायक एवं सह आचार्य उपस्थित रहे। उन्होनें बताया कि एम एस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शिशिर शर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कॉलेज शिक्षक डूंगर कॉलेज में धरने में शरीक हुए। डॉ. नाथ ने बताया कि इसके अतिरिक्त रामपुरयिा विधि महाविद्यालय के प्राचार्य एवं रूक्टा कं संयुक्त सचिव डॉ. अनन्त जोशी, रामपुरिया महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पंकज जैन, जैन पीजी कॉलेज के संकाय सदस्य, सिस्टर निवेदिता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रितेश जैन, बेसिक कॉलेज के श्री मुकेश ओझा, स्कूल शिक्षक संगठनों के शिक्षक सहित बड़ी संख्या में कॉलेज शिक्षक शरीक हुए।
धरने में डॉ. विजय ऐरी, डॉ. नरेन्द्र नाथ, डॉ. धर्मवीर कटेवा, डॉ. बिट्ठल बिस्सा, डॉ. साधना भण्डारी, डॉ. स्मिता जैन, डॉ. एस.एन.जाटोलिया, श्री श्याम सुन्दर ज्याणी, डॉ. नरेन्द्र लाम्बा, डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, डॉ. राजकुमार ठठेरा, डॉ. बिन्दु भसीन सहित अनेक शिक्षक नेतओें ने सम्बोधित किया।