बीकानेर, 08 फरवरी ।राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय बीकानेर में एनसीसी के अन्तर्गत ‘बेटी बचाओ‘ लिखित प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें 272 छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। लेफ्टिनेंट डाॅ. विजयलक्ष्मी शर्मा व केयरटेकर ऋचा मेहता के निर्देशन में इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। यह परीक्षा सन् 2012 से अनवरत प्रति वर्ष आयोजित कि जा रही है।
इस प्रतियोगिता की मूल आधार पुस्तक ‘‘मुझे बचाओ‘‘! मेरा क्या कसूर ? गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित है जिसमें देश विदेश के समाज सुधारकों, विचारकों, संतों एवं राजनेताओं के विचार संग्रहित किये गये हैं। भू्रण हत्या एक जीवित प्राणी की हत्या है इससे एक महिला के शरीर को भयंकर हानि पहुंचती है, शारीरिक व मानसिक स्तर पर वह कमजोर व रूग्ण हो जाती है। परिवार, समाज व देश में बेटियों की संख्या में कमी आ जाती है। इससे हमारा विवाह संस्कार व परिवार संस्था पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
बेटियों की संख्या समान करने, उन्हें बराबरी का दर्जा दिलाने हेतु यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। गीता प्रेस गोरखपुर के स्थानीय व्यवस्थापक, कार्यकत्ताओं व समाज सेवियों द्वारा इस प्रतियोगिता में भागीदारी निभाने वाली छात्राओं को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार दिये जाते है। प्रतियोगिता हेतु छात्राओं में जागरूकता फैलाने में कैडेट प्रीतिपाल शेखावत, निरमा मेघवाल, तनुश्री अपूर्वा, मेघा पंवार, रक्षा कंवर, कोमल चैरसिया व आशु ने भागीदारी निभाई। इस प्रतियोगिता का एकमात्र उद्देश्य समाज की भावी माताओं को जागरूक कर कन्या भू्रण हत्या रोककर लिंगानुपात समान करना है। महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या डाॅ. इन्द्रा गोस्वामी के मार्गदर्शन में छात्राओं को जागरूक करने हेतु कन्या भू्रण हत्या रोकने की शपथ भी दिलाई गई।