बीकानेर,2फ़रवरी। डूंगर काॅलेज के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डाॅ. मुकंद नारायण पुराेहित की पुस्तक “राजस्थानी संत साहित्य काे बीकानेर की देन” का लाेकार्पण रविवार काे महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में हुआ। लाेकार्णप समाराेह में पहुंचे पूर्व कुलपति डाॅ. दाऊनारायण पुराेहित ने पुस्तक की विशेषताओं के बारे में बताया। कहा कि इस तरह की पुस्तक से बीकानेर के लाेग यहां के संताें की उत्पति एवं उनके विचार काे जान सकेंगे। डूंगर काॅलेज के पूर्व प्राचार्य डाॅ. देवी प्रसाद गुप्त ने कहा कि यह पुस्तक कई युवाअाें के लिए शाेध का विषय बनेगी। इसमें एक-एक संत पर शाेध कार्य किया जा सकेगा। अध्यक्षता करते हुए बुलाकी शर्मा ने कहा कि इसमें बीकानेर के हिंदुओं के साथ ही मुस्लिम संताें काे भी शामिल कर लेखक ने बीकानेर की संपूर्ण पुस्तक लिखी है। समाराेह के मुख्य वक्ता डाॅ. नीरज दैया थे। इस दाैरान अतिथियाें का स्वागत डाॅ. साेमनारायण पुराेहित, होम नारायण व डाॅ. रमेश नारायण ने रुद्राक्ष की माला पहनाकर किया। स्वागत भाषण नवनीत पांडे दिया। आभार डाॅ. उमाकांत गुप्त ने जताया। डाॅ. यज्ञेश नारायण पुराेहित ने बताया कि इस दाैरान रतना महाराज, डाॅ. जगदीश नारायण, डाॅ. बाल नारायण, कमल रंगा, इतिहासकार शिव कुमार भनाेत, माे. फारूक अभी आदि उपस्थित थे। संचालन राजेंद्र जाेशी ने किया। समाराेह में शामिल हुए सभी लाेगाें काे पुस्तक निशुल्क दी गई।