बीकानेर,22 फ़रवरी। इन दिनों राज्यभर में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग एकबार फिर जोर पकड़ने लगी है, इसी कड़ी में बीकानेर सांगठनिक लिहाज से प्रवास पर आई राजसमन्द की सांसद दीया कुमारी को क्षत्रिय सभा सम्भागीय कार्यालय मे विभिन्न सामाजिक संगठनों ने ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने वाले संगठनों में गौरव सेनानी एसोशिएशन बीकाणा, क्षत्रिय सभा, श्री राजपूत करणी सेना, श्री चारण महासभा, जाट महासभा एवं राजस्थानी मोट्यार परिषद के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी शामिल रहे।
इस मौके पर कर्नल हेमसिंह मंड्रेला ने सांसद दीया कुमारी को पुष्प गुच्छ भेंट किया, श्री राजपूत करणी सेना प्रदेशाध्यक्ष केपीसिंह सिसोदिया ने शॉल ओढ़ाकर एवं जाट महासभा अध्यक्ष भोमराज गाट एवं पूर्व तहसीलदार ने अभिनन्दन पत्र देकर बीकानेर आगमन पर स्वागत किया।
पूर्व तहसीलदार अमरसिंह हाड़ला ने राजस्थानी भाषा की मान्यता के बारे में पूर्व में सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी द्वारा दिया गया रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पत्र के बारे में अवगत करवाया इसके साथ ही दीया कुमारी के नाम का पत्र सौंपा, क्यों कि देवीसिंह भाटी खुद गोचर बचाओ आंदोलन को सरह नथानिया गोचर में 41 दिन से धरने पर बैठे है।
सभा के प्रवक्ता डूंगरसिंह तेहनदेसर ने जिलेभर के सभी सामाजिक संगठनों की भावना से वाकिफ करवाते हुए मायड़ भाषा की मान्यता की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने पुरजोर शब्दों में मांग रखी, साथ ही उपस्थित सभी सामाजिक संगठनों के प्रमुखों से दीया कुमारी से परिचय करवाया।
इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष बजरंगसिंह रॉयल, जगमालसिंह पायली, महावीरसिंह पंवार, गिरधारी सिंह खिनदासर, मनोहरसिंह झझु, भंवरसिंह उदट, राजेन्द्रसिंह मोटासर, जालमसिंह मरुधर, छोटू सिंह भाटी, नरपतसिंह पुंदलसर, हेमसिंह मोकलसर, इंदरसिंह नांन्दडा, आनन्द कस्वां, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि मनोहरलाल सियाग, चारण समाज भरतसिंह रतनू, मोट्यार परिषद के रामावतार उपाध्याय सहित कई मुख्य लोग मौजूद रहे।