कपोल कल्पित घोषणाओं के आधार सदन में रखा गया बजट प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता के साथ छलावा है। विगत 3 बजटीय घोषणाओं की तरह इस बजट 2022-23 में भी राज्य की डगमगाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कोई भी ठोस कार्ययोजना सरकार प्रस्तुत नहीं कर पाई।
पूर्णरूपेण निराशाजनक बजट है। बेरोजगारों के हितों पर कुठाराघात,और व्यापारी विरोधी बजट है,और इसमें मध्यम वर्ग के लिए भी कुछ नहीं है। केवल मात्र सरकार ने स्वयं का कल्याण करने हेतु ही बजट बनाया है ऐसा प्रतीत होता है क्योंकि 2 वर्ष पहले किए गए वादे तो अभी तक पूरे हुए नहीं नहीं रेवड़िया बांटने की बात करना कहां तक उचित है।