राज्य सरकार के आला अफसरों से वीडियो कॉन्फेन्सिग के बाद लिखित सहमति बनने पर देवी सिंह भाटी ने धरना उठाया

0
1065
  • बीकानेर, 25 फ़रवरी । पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के द्वारा गोचर , औरण के कब्जाधारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के खिलाफ बेमियादी धरना 44 वे दिन राज्य सरकार व जिला स्तर के आला अफसरों के माथ विडियो कॉन्फ्रेसिंग व जिले के अधिकारियों के साथ वार्ता के बाद प्रशासन की और से लिखित सहमति बनने पर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का धरना समाप्त हो गया ।

भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि संभागीय आयुक्त डॉ . नीरज के पवन व जिला कलक्टर भगवती प्रसाद जिला पुलिस अधीक्षक के साथ वार्ता दिनांक 24 फरवरी को की गयी । स्थानीय विन्दुओं पर सहमति बनने के उपरान्त अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रह विभाग जयपुर , प्रमुख शासन सचिव राजस्व विभाग एवं शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग जयपुर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा कर 10 विन्दूओं पर कार्यवाही की जानी प्रस्तावित की गयी ।

लिखित सहमति के अनुसार गोचर , औरण चारागाह के संरक्षण एवं विकास के समस्त उपलब्ध उपायों का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से सुनिश्चित करने व इनमें हो रहे अतिक्रमण को शीघ्र हटाया जाकर मनरंगा के माध्यम से विकास व संरक्षण किया जायेगा । यदि कोई राजकीय भूमि चारागाह गांचर व औरण के रूप में उपयोग को जा रही है और राजकीय रिकॉर्ड में उसका अंकन नहीं है तो सक्षम अधिकारी द्वारा मौका निरीक्षण कर राजस्व अभिलेख में अंकन की नियमानुसार कार्यवाही की जायेंगी । लिखित समिति में गोचर , औरण , चारगाह के संरक्षण , सुरक्षा एवं विकास के लिए तहसील एवं पंचायत स्तर पर कार्ययोजना बनायी जायेगी ।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रह विभाग जयपुर व प्रमुख शासन सचिव राजस्व विभाग जयपुर , शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग जयपुर चर्चा के बाद समिति के सभी सदस्य चारागाह गोचर के संरक्षण हेतु सिद्धान्तः सहमत है ।

वार्ता में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि गोचर व चारागाह की जमीन पर जल संग्रहण संरचनाओं के अलावा अन्य कोई निर्माण कार्य न किये जायें भाटी ने कहा 27 दिसम्बर 2021 को जारी पॉलिसी का परीक्षण गो हित में कर उचित निर्णय किया जायें । भविष्य में चारागाह की कुल भूमि नियत सीमा या अनुपात से अधिक का किस्म परिवर्तन , विशेष प्रयोजन के लिए पृथक नहीं की जावें ।

भाटी ने इसके लिए राजस्व अधिनियम राजस्थानी काश्तकारी नियमों में संसोधन की बात कही । बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने भाटी को आश्वस्त किया कि इस संबंध में वे अन्य भी रचनात्मक सुझाव लेकर उनके साथ वार्ता कर सकते हैं ।

वार्ता में इन समस्त बिन्दुओं को समुचित परीक्षण कर राज्य सरकार को भेजा गया है ।

साथ ही शरह नथानिया गोचर भूमि बीकानेर में पत्थर पेड़ा की भूमि को वापिस चारागाह में दर्ज किया जायेगा वही पुलिस फायरिंग रेन्ज को वर्तमान स्थान से अन्यन्त्र स्थानानित करने पर सहमति बनी ।

वार्ता में संभागीय आयुक्त , पुलिस महानिरीक्षक , जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक ने यह निर्णय लिया कि इसका समाधान किया जायेगा ।

वार्ता में पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी , भाजपा पूर्व शहर जिलाध्यक्ष रामकिशन आचार्य , समाजसेवी देवकिशन चाण्डक , हेम शर्मा व प्रतापसिंह राठौड़ सहित अनेक गौ भक्त शामिल थे ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here