टुडे राजस्थान न्यूज़ अज़ीज़यहां पढ़ने वाले बच्चे देश और दुनिया में बढ़ाएंगे बीकानेर का गौरव: गोदारा
भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी के नवीन भवन का हुआ शिलान्यास
एक हजार क्षमता का ऑडिटोरियम, पांच सौ युवाओं के लिए बनेगी अत्याधुनिक लाइब्रेरी
बीकानेर, 15 नवम्बर। भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी के नवीन भवन का शिलान्यास कार्यक्रम शुक्रवार को खातूरिया कॉलोनी में आयोजित हुआ।
नगर निगम और ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन, जयपुर द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने ‘पे बैक टू द सोसायटी’ का सिद्धांत दिया। आज के दौर में यह अत्यंत प्रासंगिक है। इसे ध्यान रखते हुए सोशल कॉरपोरेट रिस्पॉन्बलिटी के तहत बीकानेर को अत्यधिक पुस्तकालय, ऑडिटोरियम और एम्फी थियेटर की सौगात दी गई है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र बीकानेर शहर के ‘नॉलेज सेंटर’ के रूप में विकसित होगा। यहां पढ़ने वाले बच्चे आने वाले समय में देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करेंगे। श्री मेघवाल ने कहा कि पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के लिए 30 करोड रुपए तक व्यय करने का प्रावधान रखा गया है। इसके लिए तीन बीघा जमीन नगर निगम द्वारा दी गई है। भवन का निर्माण वर्ष 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। निर्माण के पश्चात इसका संचालन उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। इसकी पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाएगा।
श्री मेघवाल ने कहा कि यहां एक से अधिक बैठक क्षमता का ऑडिटोरियम बनाया जाएगा। इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इको सिस्टम भारत मंडपम की तर्ज पर होगा।यहां बनने वाले एंफी थियेटर को गजल सम्राट श्री जगजीत सिंह को समर्पित किया जाएगा। इसी प्रकार 500 बैठक क्षमता वाला पुस्तकालय युवाओं के लिए अत्यधिक लाभदायक होगा। इसी कैंपस में बिजनेस एरिया विकसित किया जाएगा। जहां बनने वाला म्यूजियम बीकानेर की कला, संस्कृति इतिहास और परंपराओं को आमजन के समक्ष प्रस्तुत करेगा। वहीं यहां आरएएस, आईएएस और आईपीएस जैसी स्तरीय परीक्षाओं के मॉक इंटरव्यू की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी।
श्री मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब ने ‘शिक्षित बनो’ की सीख दी। संस्कार युक्त शिक्षा ही सही मायनों में शिक्षा होती है। इसे ध्यान रखते हुए इस केंद्र को संस्कार केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
श्री मेघवाल ने बताया कि बीकानेर रेलवे स्टेशन का 471 करोड़ रुपए की लागत से कायाकल्प किया जाएगा। इसका भूमि पूजन भी शीघ्र होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिले के समस्त विधानसभा क्षेत्र में लगभग एक-एक करोड रुपए की लागत से अत्याधुनिक पुस्तकालय बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन द्वारा सीएसआर के तहत इस पुस्तकालय निर्माण के लिए 12 करोड रुपए प्राप्त हो चुके हैं। शेष राशि भी जल्दी ही प्राप्त हो जाएगी। उन्होंने सुशासन के 100 वर्ष के तहत होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा के बारे में भी बताया।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री सुमित गोदारा ने कहा कि दुनिया भर के महापुरुषों ने शिक्षा पर जोर दिया। डॉ. भीमराव अंबेडकर तथा नेल्सन मंडेला जैसे महापुरुषों ने शिक्षा को विकास की महत्वपूर्ण सीढ़ी बताया। बाबा साहेब के इसी सिद्धांत के कारण भारत ने पिछले 75 वर्षों में भरपूर प्रगति की है तथा आने वाले 25 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित देशों की श्रेणी में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर का गरीब से गरीब बच्चा इस पुस्तकालय में अध्ययन करके मुकाम हासिल करेगा। जिससे बीकानेर को का गौरव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि श्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में बीकानेर ने पिछले समय में अनेक ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। इस श्रृंखला में बीकानेर विकास प्राधिकरण, बीकानेर कोटपूतली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे तथा आरडीएसएस के माध्यम से गांवों में विद्युत तंत्र में क्रांतिकारी सुधार आएगा।
विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामगोपाल सुधार ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बीकानेर में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं।पुस्तकालय भी इसी श्रृंखला की एक कड़ी है।
बीकानेर (पूर्व) विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने कहा कि इस पुस्तकालय के माध्यम से बेटियां भी आगे बढ़ेंगी। खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि यह पुस्तकालय बाबा साहेब के सपने को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।बीकानेर (पश्चिम) विधायक श्री जेठानंद व्यास ने कहा कि राज्य सरकार बीकानेर के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।आने वाले समय में इसकी परिणाम देखने को मिलेंगे। श्रीडूंगरगढ़ विधायक श्री ताराचंद सारस्वत में कहा कि गत वर्षो में भारतमाला रोड आने तथा सोलर के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य होने के कारण बीकानेर को नई पहचान मिली है।
महापौर श्रीमती सुशीला कंवर राजपुरोहित ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा गत पांच वर्षों में आम जन की भावना और आवश्यकता के अनुसार श्रेष्ठ कार्य करने के प्रयास किए गए उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री द्वारा नगर निगम के माध्यम से करवाए जाने वाले विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी कार्यक्रम के दौरान किया गया।
इससे पहले पद्मभूषण हाफिज कांट्रैक्टर और मुब्बशिर ने बाबा साहब अंबेडकर पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के मॉडल के माध्यम से इसकी विशेषताओं के बारे में बताया और कहा कि इसका निर्माण उच्च स्तरीय मानकों के आधार पर समयबद्ध किया जाएगा।ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ. श्याम अग्रवाल ने कहा कि यह प्रदेश के लिए यह पहला मौका है जब बिना किसी सरकारी मदद के इतना बड़ा भवन आमजन को समर्पित किया जाएगा। यह बीकानेर की दशा और दिशा बदलने में सहायक बनेगा। इससे पहले केंद्रीय मंत्री सहित सभी अतिथियों ने पुस्तकालय भवन का भूमि पूजन किया तथा मां सरस्वती, गुरु नानक, डॉ भीमराव अंबेडकर तथा भगवान बिरसा मुंडा के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। पार्षद श्री विनोद धवल ने आभार जताया।
कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी, महानिरीक्षक पुलिस श्री ओम प्रकाश, जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक श्री कवेंद्र सागर, पद्मश्री बंधु श्री अली-गनी, नगर निगम आयुक्त श्री मयंक मनीष, यूआईटी सचिव श्रीमती अपर्णा गुप्ता, श्री चंपालाल गेदर, उपमहापौर श्री राजेंद्र पवार, डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य आदि बतौर अतिथि मौजूद रहे।
इन कार्यों का किया लोकार्पण शिलान्यास
केंद्रीय मंत्री श्री मेघवाल तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री श्री गोदारा सहित अन्य अतिथियों ने इस दौरान 139 करोड़ रुपए की लागत से अमृत 1.0 के तहत बने सीवरेज ट्रीटमेंट और सोलर प्लांट, 33.59 करोड़ रुपए की लागत से बने एमआरएफ एंड और एमएसडब्ल्यू प्लांट, एक करोड रुपए के गैस चलित शव दाह मशीन, एक करोड रुपए की लागत से डंपिंग यार्ड चार दिवारी तथा 1.20 करोड़ की लागत की डंपिंग सड़क का लोकार्पण किया। वहीं 5 करोड़ की लागत से बनने वाले सी एंड डी प्लांट तथा साथ एक करोड़ की लागत के नगर निगम अधिकारी आवास का शिलान्यास किया। इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए 100 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास भी किया गया।
यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में मोहन सुराणा, विजय उपाध्याय, दीपक पारीक, मनीष सोनी, अनुराधा सुथार, भारती अरोड़ा, अशोक प्रजापत, महावीर रांका, पुखराज चोपड़ा, गुमान सिंह राजपुरोहित, रामेश्वर पारीक, महेश व्यास, विक्रम राजपुरोहित, विनोद गिरी, गोपाल अग्रवाल, किशन गोदारा, संपत पारीक, नारायण चोपड़ा, बेगाराम बाना, सुमन छाजेड़, चंद्रमोहन जोशी, राजाराम सीगड़, ओमप्रकाश मीणा, भंवर पुरोहित, कुंभनाथ सिद्ध सहित पार्षद, स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।