बीकानेर 01 जून । महिला रोज़गार और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आज महिलाओं की एक मीटिंग वार्ड नंबर 25 स्थित कादरी कॉलोनी पार्षद कार्यालय में रखी गई। बड़ी तादाद में इस मीटिंग में महिलाओं ने भागीदारी की।
मीटिंग में चर्चा के दौरान यह सामने आया कि परिवार की जरूरत और काम धंधे के लिए महिलाएं माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के जाल में फस रही हैं। जो कि ऊंची ब्याज दर और जुर्माने के रूप में बड़ी रकम वसूल उनके परिवार को आर्थिक संकट और तनाव में डाल रहे हैं।
इस समस्या से निजात पाने के लिए महिलाओं को सरकार द्वारा अनुदानित स्वयं सहायता समूह बनाकर ख़ुद को संबल प्रदान करने हेतु जानकारी दी गई।
इस दौरान काम धंधे कर अपने परिवार को आर्थिक आय देने वाली महिलाओं को अपने व्यापार में वृद्धि के लिए ऋण प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।
अलग-अलग तरह के कार्य करने वाली महिलाओं के लिए उनके कार्य के अनुरूप समान कार्य करने वाली महिलाओं के समूह बनाकर उनको आत्मनिर्भर होने के लिए प्रेरित किया गया। इसमें नगर निगम द्वारा 10 महिलाओं के प्रत्येक समूह को 10 हज़ार रुपए अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की जाएगी। इसी तरह 10 समूह बनने के बाद चयनित समूह को 50 हज़ार अनुदान सहायता राशि मिलेगी जिससे महिलाएं मिलकर व्यवसाय शुरू कर अपने परिवार की आय में सहायक बनेंगी।
मीटिंग के दौरान कई महिलाओं ने निजी स्तर पर अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा जताई। जिस पर उन्हें इस संबंध में प्रोजेक्ट बनाने, रजिस्ट्रेशन और ऋण संबंधी जानकारियां उपलब्ध कराई गईं।
बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित इस मीटिंग में महिलाओं ने कई प्रकार के सवाल कर ऋण प्रक्रिया संबंधी भ्रम दूर किए और खुद के आत्मनिर्भर होने की प्रतिबद्धता दर्शाई।
चिरंजीवी बीमा योजना की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए महिलाओं को आह्वान किया गया कि परिवार के हित में इस योजना से ज़रूर जुड़े।
मीटिंग में मुजीब खिलजी, डे एनयूएलएम जिला प्रबंधक श्रीमती नीलू भाटी, सामुदायिक संगठक राकेश छींपा और अंकित गहलोत मौजूद थे।