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बीकानेर,,16 अक्टूबर। श्री जैन पब्लिक स्कूल, बीकानेर के प्रांगण में श्री जैन पाठशाला सभा द्वारा भंवरी देवी बडेर विंग के नामांकरण एवं भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सुरेन्द्र कुमार बांठिया, विशिष्ट अतिथि वल्लभ कोचर, अध्यक्षता आर.के. बडेर, समिति अध्यक्ष विजय कोचर, सचिव सी.ए. माणक चंद कोचर व अन्य समिति के गणमान्य सदस्यों ने माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
‘अतिथि देवो भव’ का निर्वाह करते हुए प्रधारे हुए सभी अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत तथा शॉल, स्मृति चिन्ह, माल्यार्पण व बुके देकर अभिनंदन किया गया। निहाल चंद ने समिति के लगभग 115 वर्ष पुराने स्वर्णिम इतिहास से परिचित कराया। संस्था ने किस प्रकार एक छोटे पौधे से वृट वृक्ष का आकार ले विभिन्न शाखाओं के रूप में विकसित होते जा रहे है को गायन के माध्यम से प्रकट कर अभिभूत किया। समिति अध्यक्ष विजय कोचर ने भामाशाहों के दैविय स्वरूप का अभिभादन किया। उन्होंने विरासत में मिली इस धरोहर के पूज्यों को याद किया।
वहीं श्री हनुमान दास सिपानी के व्यक्तित्व पर विशेष प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया। विषम परिस्थितियों में दानदाताओं का विशेष आशिर्वाद रहा है। कोरोना काल में मूलचंद डागा के सहयोग का धन्यवाद दिया। जैन पाठशाला सभा की संस्थाए फल-फूल रही है और उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर है इसके लिए भामाशाहों के सहृदयता व समर्पण का सादर नमन करते हुए सभी संस्थाओं के प्रमुख एवं स्टॉफ सदस्यों की मेहनत को श्रेय दिया। उन्होंने पी.जी. कॉलेज के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज प्रोजक्ट साकार स्वरूप देने की बात कही।
भामाशाहों को मंच पर बुला उनको शॉल, माला व अभिनंदन पत्र भेट कर उनका अभिवादन किया गया जिनके लगभग 50 भामाशाह व दानदाता थे जिनका आशीर्वाद श्री जैन सभा समिति को मिला।
मुख्य अतिथि सुरेन्द्र बांठिया ने संस्था का आभार व्यक्त कर कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए संस्था के उज्ज्वल भविष्रू की कामना की। इसी कड़ी में विशिष्ट अतिथि वल्लभ कोचर ने कहा कि लक्ष्मी सभी जगह जा सकती है सरस्वती नहीं अतः विद्यालय कार्य हेतु दान कर मां शारदे का आशीर्वाद प्राप्त किया। कन्हैयालाल ने समाज में श्री जैन पाठशाला सभा की कार्यशैली को प्रशंसनीय बताते हुए अध्यक्ष विजय कुमार कोचर के संघर्ष व दृढ संकल्प को भी वंदन किया। भामाशाह सम्मान के साथ साथ बडेर विंग का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर.के. बडेर ने कहा कि मुझे विश्वास है कि शैक्षिक संस्था में लगाई गई राशि अमर हो जाती है। जितने दे उतना कम है, विद्यालय में पढकर नन्हें मुन्ने बच्चे इस राष्ट्र के आदर्श नागरिक बनते है यह गौरव की बात है।
विशिष्ट अतिथि वल्लभ कोचर ने बडेर का स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत बड़ी राशि लगाकर पूरी विंग का निर्माण करवाया है यह आशिर्वाद हमेशा विद्यार्थियों पर बना रहेगा। उन्होनंे शिवबक्श कोचर को अपने शब्द सुमन अर्पित करते हुए उनके समर्पण को याद किया तथा सभी भामाशाहों का समाज के उत्थान के लिए दान देना वंदनीय व अमिट शुभाशीष देने की सराहना की।
विद्यालय सचिव सी.ए. माणक चंद कोचर ने आज के इस कार्यक्रम में स्फूर्ति व उर्जा लाते हुए सभी भामाशाहों का अभिनंदन करते हुए उनके अलौकिक योगदान की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।