टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 30 जुलाई । गोविंद जोशी की पुस्तक मुरधर री मठोठ राजस्थानी उपन्यास का लोकार्पण समारोह अजित फाउंडेशन बीकानेर के सभागार मे हुआ । सुरभि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान बीकानेर की ओर से आयोजित लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व सचिव राजस्थानी साहित्य अकादमी बीकानेर के पृथ्वीराज रतनू ने उपन्यास में शब्द चित्रण, परिदृश्य, एवम् संदेश को अद्भुत बताया। विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् एवं पूर्व संयुक्त निदेशक ‘शिक्षा’ ओमप्रकाश सारस्वत ने लेखक जोशी के व्यक्तित्व-कृतित्व पर विस्तार से उनकी लेखनी की विशेषता को उजागर किया। विशिष्ट अतिथि युवा साहित्यकार रवि पुरोहित ने राजस्थानी उपन्यास के पूरे एक सौ बीस वर्षों में गिने चुने प्रकाशित होने की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए मुरधर री मठोठ को मील का पत्थर बताया । अध्यक्षता करते हुए बाल साहित्य अकादमी जयपुर के उपाध्यक्ष बुलाकी शर्मा ने राजस्थानी उपन्यास की श्रृंखला में इस उपन्यास की सार्थकता को दर्शाया । उपन्यास पर पत्रवाचन करते हुए लेखिका डॉ. कृष्णा आचार्य ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की ठेठ भाषा का उपयोग करना इस उपन्यास की विशेषता है । कार्यक्रम का शानदार संचालन करते हुए रोहित बोडा ने उपन्यास के विशेष बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित किया ।
इससे पहले सुरभि के सचिव दिनेश उपाध्याय ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए संस्थान की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। गीतकार राजेंद्र स्वर्णकार ने अपनी स्वरचित राजस्थानी सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । कार्यक्रम में शहर के जाने-माने लेखक कवि साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजाराम स्वर्णकार, प्रेमनारायण व्यास, पूर्व सरपंच श्रीगोपाल उपाध्याय, चिरंजीलाल पारीक ,राजेंद्र माकड़, मुरलीधर गोयल, डॉ. विष्णु जोशी एडवोकेट नरेंद्रसिंह यादव, रंगकर्मी जयदीप उपाध्याय, चोरूलाल सुथार सहित लोगों की उपस्थिति रही। संस्थान द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । डॉ.मूलचंद बोहरा ने संस्थान की तरफ से सभी का आभार ज्ञापित किया ।